Wednesday, June 6, 2018

खराब कंप्यूटर ने दिलाई आंटी की चूत

पहले तो उन्होंने छूटने की बहुत कोशिश की, लेकिन फिर वो भी मेरा साथ देने लगी और मेरे सिर में अपनी उंगलियां घुमाने लगी. अब मैं भी अपने एक हाथ से उसकी चूत और दूसरे हाथ से बूब्स को दबाने लगा. अब वो धीरे – धीरे सिसकियाँ भी भरने लगी थी…

हैलो दोस्तों, मेरा नाम सैम है और मैं हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में रहता हूँ. मेरी उम्र 22 साल है और मेरी हाईट 5 फिट 6 इंच है. भरपूर टाईप की बॉडी और मेरे लंड का साईज़ 7 इंच और मोटाई 6 इंच की है.

अब मैं आपको अपनी रियल स्टोरी बताने जा रहा हूँ. यह बात उस टाइम की है, जब मैं डिप्लोमा कर रहा था. यानी कि आज से करीब 8 महीने पहले की. तब मैं एक्स्ट्रा पॉकेट मनी के जुगाड़ में पार्ट टाइम कंप्यूटर रिपेरिंग का काम भी करता था.

एक दिन मुझे एक अंकल का कॉल आया. वो बोले, “मेरा कंप्यूटर खराब हो गया है, आप आकर इसे प्लीज़ ठीक कर दीजिये.” मैंने उनसे उनका एड्रेस लिया और उनको अपने आने का टाईम दे दिया. अगले दिन मैं सुबह 11 बजे उनके घर पहुंचा और डोर बेल बजाई तो 28-30 साल की एक आंटी ने दरवाजा खोला. क्या आंटी थी वो! मैं तो उन्हें देखता ही रह गया.

अब मैं आपको उनके बारे मैं बताता हूँ. उनकी हाइट 5 फिट 8 इंच रही होगी और उनका साईज़ करीब – करीब 38-28-40 का रहा होगा. वह एक दम दूध की तरह गोरी और खूबसूरत दिखती थीं. उन्हें देख कर मैंने मन ही मन उन्हें चोदने का सोचने लगा.

फिर मैं घर में गया तो उसके पति वहीं थे। उन्होंने मुझे अपना कंप्यूटर दिखाया. फिर मैंने उसे चेक किया तो पाया कि उसका विंडो खराब था. फिर मैंने सोचा कि अगर आज ही कंप्यूटर ठीक कर दूँगा तो उस आंटी से बातचीत नहीं कर पाऊंगा क्योंकि उस दिन रविवार था और उसके पति की ऑफिस की छुट्टी थी.

इसलिए मैंने कहा कि मैं आपका कंप्यूटर कल आकर ठीक करता हूँ. उसके पति ने कहा कि कल आप प्लीज़ 11 बजे से पहले आ जाना क्योंकि उसके बाद मुझे ऑफिस जाना होता है.

मैंने कहा ठीक है और फिर मैं वहां से आ गया. फिर मैं कल का इंतज़ार करने लगा. कल के काम के लिए मैंने अपने बैग में एक विंडो की सी.डी और एक ब्लू फिल्म की सी.डी रख ली और फिर जान – बूझकर में 10:50 पर उनके घर पहुंचा.

आज फिर दरवाजा उसी आंटी ने खोला और उन्होंने मुझे अंदर आने को कहा. मैंने देखा कि उसके पति ऑफिस जाने की तैयारी कर रहे हैं.

मुझे देख कर उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने आपको 11 बजे से पहले आने को कहा था और आप इतना लेट आ रहे हो? तो मैंने कहा कि मैं किसी काम मे अटक गया था.

फिर उन्होंने कहा कि मैं तो जा रहा हूँ. आप कंप्यूटर ठीक करके पैसे मेरी पत्नी से ले लेना. मैंने कहा, “ठीक है” और फिर वो वहां से चले गये. उसके बाद में कंप्यूटर को ठीक करने लगा.

करीब 10-15 मिनट के बाद आंटी मेरे पास आईं और मुझसे पूछा कि आप को कुछ चाहिये. उनकी बात सुनकर मैंने मन में सोचा कि आपकी चूत चाहिये पर मैंने कहा कि सिर्फ़ पानी पिला दीजिये.

फिर वो मेरे लिए पानी ले कर आई और मेरे पास आ कर बैठ गयी. उसके बदन से बहुत अच्छे परफ्यूम की खुशबू आ रही थी. उसे सूंघकर ही मेरा लंड तन गया. कुछ देर बाद जब विंडो इन्स्टोलेशन पूरी हो गयी तो मैंने उनसे उनके मदरबोर्ड की सीडी माँगी. इसपर उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता. फिर भी मैं आपको वो सारी सीडी ला देती हूँ जो हमारे पास पड़ी है.

अब उन्होंने मुझे सीडी ला कर दी. फिर मैंने उनसे कहा कि प्लीज़, मुझे एक ग्लास पानी पिला दीजिये. अब जब वो मेरे लिए पानी लेने गयी तो मैंने अपने बैग से ब्लू फिल्म की सीडी निकालकर उनके बैग में डाल दी.

जब वो पानी ले कर आई तो में सीडी ढूंढने का बहाना करने लगा और फिर ब्लू फिल्म की सीडी कंप्यूटर में डाल कर एक दम से बीच का सीन लगा दिया. जिसमें कि एक आदमी एक औरत की चूत चोद रहा होता है.

यह देखते ही मैं नाटक करने लगा. जैसे कि यह सीडी ग़लती से लग गयी हो. तभी मैंने आंटी की तरफ देखा तो उन्होंने अपनी आंखें बंद कर रखी थी और ज़ोर – ज़ोर से साँसें ले रही थी.

अब मैंने आंटी से कहा कि मैं अभी बाथरूम से आता हूँ. यह कह कर मैं बाथरूम में घुस गया और हल्का सा दरवाजा खुला छोड़ दिया ताकि मैं उसको देख सकूँ. थोड़ी देर बाद आंटी उठी और उस ब्लू फिल्म को कंप्यूटर में लगाकर देखने लगी और साथ ही साथ वह अपने सलवार के अंदर हाथ डालकर अपनी चूत मसलने लगी थीं.

मैंने सोचा कि यही सही टाइम है सैम घुस जा कमरे में. फिर मैं एक झटके के साथ कमरे में घुस गया. मैं इतनी जल्दी से कमरे में घुसा कि उसे अपना हाथ अपनी चूत से हटाने का टाइम भी नहीं मिला.

मुझे देख कर वो एक दम से घबरा गयी और अपना हाथ अपनी सलवार से निकाल कर वहां से जाने लगी. यह देख मैंने उसे पीछे से पकड़ लिया और पलट कर उनके होंठों पर ज़बरदस्ती किस करने लगा.

पहले तो उन्होंने छूटने की बहुत कोशिश की, लेकिन फिर वो भी मेरा साथ देने लगी और मेरे सिर में अपनी उंगलियां घुमाने लगी. अब मैं भी अपने एक हाथ से उसकी चूत और दूसरे हाथ से बूब्स को दबाने लगा. अब वो धीरे – धीरे सिसकियाँ भी भरने लगी थी.

फिर मैंने उसे अपने से अलग कर उसका कुर्ता और सलवार उतार दिया. अब वो मेरे सामने सिर्फ़ पिंक कलर की ब्रा और पैंटी में खड़ी थी. फिर उसने भी मेरे कपड़े भी उतार दिया.

मेरे 7 इंच के लंड को देखकर उसकी आँखों में एक चमक सी आ गयी. फिर मैंने एक झटके में उसकी ब्रा और पैंटी खींच दी. अब हम दोनों एक दम नंगे खड़े थे. फिर मैंने उनसे कहा कि क्या आपको 69 पोज़िशन के बारे में पता है तो उन्होंने मना कर दिया.

फिर मैं उसे लेकर बेड पर लेट गया और उनसे कहा कि वो अपनी चूत मेरे मुँह पर रख दे और अपना मुँह मेरे लंड पर. उसने वैसा ही किया. फिर मैंने जैसे ही उसकी चूत पर अपनी जीभ घुमाई तो वो पागल सी हो गयी और ‘आआअहह आह’ की आवाजें निकालने लगी. जिससे मेरे अंदर का शैतान जाग गया और मैं अंदर तक अपनी जीभ डालने लगा.

इससे वो पागल सी होने लगी और मेरे लंड को अपने मुँह से बड़ी तेज़ी से चूसने लगी. करीब 20 मिनट के बाद मैं झड़ गया और उसने मेरा सारा पानी पी लिया.

फिर मैंने उसे उठाकर बिस्तर पर लेटाया और उसकी टांगें खोलकर उसकी चूत के मुँह पर अपने लंड को रगड़ने लगा. इससे वो और पागल सी हो गयी और मुझसे कहने लगी कि बस और मत तड़पाओ मुझे… मैं तुम्हारे लंड के लिये मरी जा रही हूँ. प्लीज, मुझे चोद दो.

मैं तो जैसे इसी वक़्त का इंतज़ार ही कर रहा था. अब मैंने लन्ड सेट करके एक जोरदार झटका मारा तो मेरा आधा लंड उसकी चूत में चला गया और वो हल्की सी चिल्लाई.

मैंने अपने हाथों से उसका मुँह बंद कर दिया और फिर एक और झटका मारा. इस बार तो वो और भी ज़्यादा चिल्लाई और मुझसे छूटने की कोशिश करने लगी, लेकिन मैंने उसे पकड़ रखा था. कुछ देर तक उसकी चूत में लंड बिना हिलाए रखा तो उसने बताया कि उसके पति का लंड सिर्फ़ 4 इंच लंबा है और वो उसे सही तरीके से चोद नहीं पाते हैं.

यह सुनकर मैंने कहा कि कोई बात नहीं आज मैं तुम्हारी चूत की प्यास बुझाऊंगा. यह कहकर मैंने अपने लंड को बाहर निकाला और फिर आराम से उसकी चूत मारने लगा.

अब उसके मुँह से सिसकियां निकलने लगी थी और पूरे कमरे में गूंजने लगी थी. फिर मैंने अपनी स्पीड और भी तेज कर दी जिससे वो और तेज ‘हा हा मैं मर गयी’ की आवाजें निकालने लगी थी और मुझे गालियां भी देने लगी, “भोसड़ी के आज तूने मुझे चोद ही दिया, मैं तो कल से तुझसे चुदवाना चाहती थी, पर कैसे कहती?”

करीब 10 मिनट तक चोदने के बाद उसने मुझसे कहा कि वो झड़ने वाली है. जिसे मैंने सुनकर भी अनसुना कर दिया और चोदता रहा. फिर एक दम से उसके शरीर में एक कंपन सा हुआ और मेरे लंड पर मुझे कुछ गर्म – गर्म सा महसूस हुआ. मैं समझ गया कि वो झड़ चुकी है.

फिर भी मैं रुका नहीं और उसे चोदता रहा. अब वो फिर से अपनी गांड उठा – उठा कर मेरा साथ देने लगी थी. उसकी चूत से उसका पानी हल्का – हल्का बहने लगा था, जिसकी वजह से उसकी चूत कुछ चिपचिपी सी हो गयी थी.

करीब 20 मिनट की चुदाई के बाद वो फिर से झड़ गयी. फिर मैंने उसे कहा कि मैं भी झड़ने वाला हूँ, तुम मेरा लंड चूस कर इसका सारा पानी पी जाओ, पर उसने कहा कि नहीं आज तुम मेरी चूत में ही अपना पानी छोड़ दो.

यह सुन कर मुझे और भी जोश आ गया और मैंने अपनी स्पीड बहुत ही तेज कर दी और करीब 20-25 झटके मारने के बाद में मैंने अपना सारा पानी उसकी चूत में ही छोड़ दिया और थककर बिस्तर पर गिर गया.

अब हम दोनों पसीने में भीग चुके थे. कुछ देर बाद मैंने उसकी तरफ देखा तो वो रो रही थी. जब मैंने पूछा तो उसने कहा कि आज किसी ने पहली बार उसे इतनी अच्छी तरह चोदा है. यह कहकर वो मुझसे लिपट गयी.

फिर हम दोनों एक – दूसरे को साफ करने के लिये बाथरूम में चले गये. वहां पर उसने मुझे नहलाया और खुद भी नहाई. नहाकर जब हम बाहर निकले तो वो कपड़े पहनने लगी तो मैंने मना कर दिया.

फिर मैंने कहा कि मुझे भूख लगी है. वो मेरे लिये खाना बनाने किचन में चली गई. हम दोनो नंगे ही सारे घर में घूम रहे थे. वह खाना बना रही थी और मैं उसकी चूत चाट रहा था. फिर मैंने उसे अपना लंड भी चुसाया.

करीब 1 घंटे बाद हम लोगों ने खाना खाया और आराम करने लगे. तब तक 3 बज चुके थे. फिर मैंने कहा कि चलो एक बार और लास्ट टाइम करते हैं तो वो खुश हो गयी. लेकिन जब मैंने कहा कि इस बार मैं तुम्हारी गांड मारूंगा तो वो मना करने लगी.

ये सुनकर मैं वहाँ से जाने लगा तो उसने कहा ठीक है, लेकिन अगर दर्द होगा तो तुम नहीं मारोगे. मैंने भी कहा कि ठीक है. फिर हम लोग वापस रूम में आ गये. फिर मैंने उसकी गांड के छेद पर बहुत सारा तेल लगाया.

जिससे उसको दर्द ना हो और मेरे लंड पर भी लगाया ताकि वह उसकी गांड में आराम से चला जाये और फिर उसके हाथों से अपने लंड की थोड़ी मालिश भी करवाई.

फिर मैंने उसे घोड़ी बनाया और उसकी गांड के मुँह पर अपना लंड रखकर हल्का सा ज़ोर लगाया, लेकिन मेरा लंड जरा सा भी अंदर नहीं गया. फिर मैंने पूरी जान से अपने लंड को धक्का दिया तो इस बार आधे से भी ज़्यादा लंड उसकी गांड में घुस गया और वो बहुत तेज चिल्लाई.

उसकी आँखों से आँसूं भी निकल आये. अब वो मुझसे कहने लगी कि प्लीज़, मेरी गांड से अपना लंड निकालो, बहुत दर्द हो रहा पर मुझे कहाँ उस पर दया आने वाली थी.

फिर मैं उसकी गांड मे लंड डालकर खड़ा रहा. करीब 10 मिनट बाद जब वो कुछ शांत हुई तो मैंने अपना लंड थोड़ा बाहर निकाला और फिर से दोबारा पूरा का पूरा अंदर डाल दिया.

इस बार वो और भी ज़्यादा चिल्लाई और मुझे गालियां भी देने लगी, “बहन के लोड़े क्यों मेरी गांड फाड़ने में लगा है, इसे बाहर क्यों नहीं निकाल लेता”. लेकिन मैं बिना कुछ कहे – सुने आराम से लगा रहा.

फिर जब वो शांत हुई तो मैं आराम – आराम से उसकी गांड मारने लगा. लेकिन इस बार उसने कुछ नहीं कहा. ये देखकर मेरा भी हौसला बढ़ गया और मैंने अपने लंड की स्पीड थोड़ी और तेज कर दी.

अब उसे भी मज़ा आने लगा था और वो मेरे लंड का साथ देने लगी. अब वो दोबारा से सिसकियाँ भरने लगी थी. इसके साथ साथ मैं अपनी एक उंगली से उसकी चूत भी चोद रहा था.

करीब 20 मिनट बाद उसने अपनी चूत का पानी छोड़ दिया और मैंने उसे अपने हाथ में भर कर चाट लिया. इस बीच मेरा लंड भी जवाब दे गया और मैंने उसकी गांड में ही अपना सारा पानी छोड़ दिया.

अब हम दोनों ढीले पड़ चुके थे. फिर कुछ देर बाद हम दोनों उठे और बाथरूम में जाकर एक – दूसरे को साफ किया. फिर जब मैं वहाँ से जाने लगा तो उसने मुझसे कहा कि आज तुमने मुझे पूरी तरह से औरत बना दिया है. क्या तुम दोबारा कभी मेरे पास आना चाहोगे? तो मैंने कहा कि क्यों नहीं. फिर मैंने उसे अपना फोन नम्बर दिया और वहाँ से आ गया.

फिर और भी लड़कियों को मैंने कैसे चोदा वो कहानी फिर कभी बताऊंगा. आप अपने कीमती सुझाव मुझे मेल करके दे सकते हैं. मेरी ईमेल आईडी – saini.s6268@gmail.com

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